नई दिल्ली :- केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को 2021 का पहला शिक्षा संवाद केंद्रीय विद्यालय के छात्रों के साथ किया। उन्होंने छात्रों के सवालों के जवाब देने के अलावा उन्हें परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं भी दी।
इस शिक्षा संवाद से हज़ारों की संख्या में जुड़े छात्रों से केंद्रीय मंत्री पोखरियाल ने कहा, “मैं समझता हूं कि स्कूल बंद होने से शिक्षा प्रभावित हुई है लेकिन आपके, शिक्षकों और हमारे प्रयासों से हमने ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से इस नुकसान की भरपाई की है। आप सभी ने इस महामारी के दौरान तकनीकी का बेहतर उपयोग करना सीखा है और उससे आप सभी कुछ न कुछ कंस्ट्रक्टिव कर रहे हैं। आप लोगों ने इनफार्मेशन और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी एवं ज्ञान के संगम का पूरी तरह से लाभ उठाया है। आप सभी प्रशंसा के पात्र हैं क्योंकि आपने अपने समक्ष शिक्षा क्षेत्र में आने वाले व्यापक बदलावों को आत्मसात करते हुए परिवर्तन का एक नया अध्याय लिखा है।”
उन्होंने छात्रों को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में बताते हुए कहा कि हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आपको पूर्णतः सुसज्जित और सक्षम करेगी। इसकी मदद से आपके सीखने को अधिक अनुभवात्मक, समग्र और एकीकृत, खोज उन्मुख, चर्चा आधारित, लचीला और सुखद बनाया जाएगा। पाठ्यक्रम में विज्ञान और गणित के अलावा बुनियादी कला, शिल्प, खेल, भाषा, साहित्य, संस्कृति और मूल्य शामिल होंगे।
केंद्रीय मंत्री ने डॉ. कलाम, गुरु गोबिंद सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, स्वामी विवेकानंद जैसे महान व्यक्तियों के बारे में छात्रों को बताते हुए उन्हें इनके द्वारा बताए गए राष्ट्र निर्माण के मूल्यों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया। निशंक ने छात्रों से उनकी रुचियों के बारे में, वो कौन सी किताब पढ़ रहे हैं इस बारे में, उनके रोल मॉडल के बारे में पूछा और ये भी पूछा कि अगर बच्चों को एक दिन के लिए शिक्षा मंत्री बना दिया जाए तो वो क्या बदलाव लाना चाहेंगे। इस सवाल पर छात्रों ने बेहद दिलचस्प जवाब दिए।
छात्रों द्वारा दिए गए जवाबों को सुनने के बाद डॉ निशंक ने कहा, “आपके विचार दर्शाते हैं कि भारतीय युवा पीढ़ी भारत @ 75 के विकास की दिशा में सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन की अदम्य शक्ति रखती है। मुझे यकीन है, आपके मजबूत प्रयास और दृढ़ संकल्प के साथ हम फिर से विश्व गुरु का गौरव हासिल करेंगे।”
उन्होंने छात्रों से कहा कि इसके लिए सभी को टीम इंडिया के रूप में सामूहिकता की भावना के साथ एकजुट होना पड़ेगा। उन्होंने कहा, “आप सब आत्मनिर्भर भारत के आधार स्तम्भ हैं तथा 5 ट्रिलियन डॉलर वाली एक सशक्त अर्थव्यवस्था का लक्ष्य आप सबके मजबूत इरादों और कंधों पर टिका हुआ है और मुझे आप सबकी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है।”