उन्नाव के असोहा से एक शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जहां पर तीन लड़कियां संदिग्ध परिस्थितियों में अचेत अवस्था में मिलीं। इन तीनों लड़कियों को जंगल में बांधकर रखा गया था। बताया जा रहा है कि तीनों लड़कियों के हाथ-पैर बंधे हुए मिले थे। मौके पर पहुंचे परिजनों ने तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां दो कि मौत हो गई। जबकि एक किशोरी कानपुर के एक अस्पताल में ज़िंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही है। लड़की की हालत देखकर पुलिस ने उसको कानपुर के सबसे बड़े हॉस्पिटल रीजेंसी में भर्ती कराया जहां डॉक्टर उसका आईसीयू में इलाज कर रहे हैं। लड़की का सीटी स्कैन कराया गया ।

प्रदेश में जारी है जंगल राज
वहीं, भीम आर्मी से लेकर कांग्रेस तक सभी ने लड़की को दिल्ली एयरलिफ्ट करने की मांग की है। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट करके कहा, ‘उन्नाव केस की एकमात्र गवाह बच्ची का बेहतर इलाज व उसकी सुरक्षा सबसे जरूरी है, बच्ची को तत्काल एयर एंबुलेंस से AIIMS दिल्ली लाया जाए, उत्तर प्रदेश सरकार का अपराधियों को संरक्षण व अपराधियों के मामले में सरकार की कार्यशैली को देश हाथरस कांड में देख चुका है।’
समाजवादी पार्टी ने कहा, ‘बेटियों के लिए काल बन चुके भाजपा शासित यूपी में सत्ता संरक्षित नृशंस अत्याचार की एक और विचलित कर देने वाली घटना का केंद्र बना उन्नाव! जंगल में पेड़ से बांध कर दो दलित लड़कियों की हत्या, एक अति गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती, अत्यन्त दुखद! दरिंदों को कठोरतम सजा दिला हो न्याय।’
वहीं, कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, ‘उन्नाव में दो दलित बच्चियां मृत पाई गरी है, तीसरी गंभीर घायल हैं, तुरंत एयरलिफ्ट करके एम्स, दिल्ली में इलाज किया जाय।’

क्या है पूरा मामला
असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में तीन लड़कियां खेत में बेहोशी के हालात में मिली थीं। घटनास्थल पर काफी सारा झाग पड़ा हुआ था। तीन में से दो लड़कियों की मौत हो चुकी है, जबकि एक की हालत बेहद नाजुक है।
लड़की की मां का कहना है कि लड़कियों के हाथ-पांव नहीं बंधे हुए थे और कपड़े भी ठीक थे। हां, उनके मुंह से झाग निकल रहा था। उनको खेत से उना हॉस्पिटल लाया गया, जहां दो की मौत हो गई।